Wednesday, February 4, 2015

Deewan 56 Ghazal 16


1 comment:

  1. हाजिमो-हुक्मे-वक़्त हर शरर को शऱ किए..,
    सायबाँ को सर किए हुक्मी कहीं बसर किए.....

    हाजिमो-हुक्मे-वक़्त = तात्कालिक विद्वान शासक
    हुक्मी = खता न करने वाले, आज्ञाकारी

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