Monday, July 7, 2014

Junbishen 310



नज़्म 

कारसेवा 

कार सेवा है कि गुरु द्वारे जा ,
झूटे बर्तन की सफ़ाई कर दे ,
फर्श गन्दा हो , लगा दे पोछा ,
काम को मांगे रसोई जाके ,
कार सेवा है इबादत से सिवा .

कार सेवा को हथौड़ों से किया,
बेलचे और कुदालों से किया ,
करके मिस्मार एक मस्जिद को ,
कार सेवा को गुनाहों से किय. 

कार सेवा है कि आँखें बरसें ,
नाम कुछ और इसे दे डालो ,
कार सेवा को यूँ रुसवा न करो,
कार सेवा है मुक़द्दस हरकत ,
कार सेवा है खुदाई खिदमत .

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