Friday, December 28, 2012

Dohe



दोहे 


भाई पडोसी को लड़ा, हो तेरा उद्धार,
अमरीका यरोप बेच लें, काई लगे हथियार .
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अम्रीका योरोप हैं जगे, जगे चीन जापान,
दीन धरम की नींद में, पड़ा है हिन्दुस्तान.
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ले कर आपस में लड़ें, दीन धरम का ज्ञान,
इनमे कितना मेल था, जब थे ये अज्ञान.
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चले जिहादी अरब से, न पहुंचे जापान,
भारत आकर फ़ांस गया , इस्लामी अभियान.
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मुल्ला पंडित एक हैं, जनता को लड्वाएं ,
बोएं पेड़ बबूल का, आम मगर ये  खाएँ .
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'मुनकिर' मत दे भीख तू , इसका बड तर अंजाम,
विकलांगों पर कर दया, दे कुछ इनको काम.
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